
सीधा तन-स्थिर मनः क्यों जरुरी ताड़ासन
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- क्या आपकी रीढ सीधी नहीं रहती?
- क्या आप लम्बे समय तक खडे रहने में थक जाते हैं?
- क्या आप अपने बच्चों की हाइट और शरीर की रचना सुधारना चाहते हैं?
- महिलाएं-जो दिनभर रसोई, गृहकार्य और ऑफिस में लगी रहती हैं-अक्सर कमरदर्द, थकान और रीढ की कमजोरी से परेशान रहती हैं।
इन सबका एक सरल समाधान-ताडासन हो सकता है; एक ऐसा योगासन जो तन को सीधा रखता है, मन को स्थिर बनाता है और शरीर को नई उर्जा से भर देता है।
ताडासन-सरल लेकिन प्रभावशाली
ताडासन यानी ताड वृक्ष की तरह खडे होना-उंचा, सीधा और स्थिर। यह शरीर की मुद्रा को सुधारने, रीढ को मजबूत करने और मानसिक संतुलन बढाने में सहायक है।
शास्त्रों में कहा गया हैः
‘संस्थायां तिष्ठति देहः, मनश्च स्थिरतां यायात्’
जब हम तन को सीधा करते हैं, तो मन भी स्थिर होता है। अर्थात् तन की स्थिरता से मन की स्थिरता भी आती है।
STEP-1

STEP-2

STEP-3

STEP-4

ताड़ासन की अभ्यास विधि
- समस्थिति में सीधे खड़े हों।
- पैर आपस में मिले हुए, हाथ जाँघों की बगल में रहें। कमर को एकदम सीधा रखें।
- भुजाओं को कंधों के सामने फैलायें तथा अँगुलियों को आपस में गूँथकर हथेलियों को सीने के सामने रखें।
- अब श्वास भरते हुए हाथों को सिर के ऊपर ले जाकर तानें।
- तत्पश्चात् एड़ियों कोे धीरे-धीरे उठाएँ और पंजों पर खड़े हो जाएँ।
- एड़ियों को जितना ऊपर उठा सकें, उठाएँ।
- शरीर को जितना ऊपर की ओर खींच सकते हैं, खींचें।
- इस अतिंम स्थिति में सामने लगातार देखें तथा कुछ सेकंड रहें।
पूर्वस्थिति में आना
- पूर्वावस्था में लौटने के लिए पहले एड़ियों को जमीन पर लाएँ।
- धीरे से हाथों को जाँघों की बगल में नीचे लाएँ और विश्राम करें।
ताड़ासन के सभी वर्गों के लिए लाभ
महिलाओं के लिए
- गर्भावस्था के बाद रीढ को संतुलन देने में सहायक।
- कमर और पीठ दर्द से राहत।
- दिनभर खडे रहने या झुकने से होने वाली थकावट में लाभ।
- हाॅर्मोनल बदलावों से होने वाली मुद्रा दोष में सुधार।
- मानसिक एकाग्रता और आत्मविश्वास में वृद्धि।
बच्चों के लिए
- मोबाइल पर झुकने या झुककर पढाई करने से बिगडी रीढ और गर्द की मुद्रा में सुधार।
- हाइट वृद्धि में सहायक-विशेषकर बढती उम्र के बच्चों में।
- संतुलन और एकाग्रता विकास-परीक्षा के तनाव में उपयोगी
बुजुर्गों के लिए
- झुकी रीढ की हड्डी में सुधार।
- शरीर में संतुलन बनाकर गिरने की संभावना को कम करता है।
- गठिया, कमरदर्द, सायटिका जैसी समस्याओं में सहायक-योग गुरु से उपयुक्त विधि जानकर।
- सांस की गति को नियंत्रित कर मानसिक शांति प्रदान करता है।
युवाओं के लिए
- इंटरव्यू/प्रस्तुति में उपयोगी-बाॅडी लैंग्वेज में मजबूती लाता है।
- सामाजिक आत्मविश्वास, एकाग्रता की कमी और दैनिक तनाव में लाभकारी।
शिक्षकों/दुकानदारों/नौकरीपेशा/कंप्यूटर पर काम करने वालों के लिए
- लम्बे समय तक खडे रहने या बैठकर काम करने से बनी शारीरिक थकावट को दूर करता है।
- रीढ और गर्दन की झुकी मुद्रा को संतुलित करता है।
- वजन संतुलन और स्टैमिना को सुधारता है
- काम के दौरान शरीर में नई उर्जा का संचार करता है।
- लम्बे समय तक स्क्रीन पर देखने से बिगढती नजर और सिरदर्द में अप्रत्यक्ष लाभ।
ताड़ासन पर शोध और वैज्ञानिक प्रमाण
ताड़ासन (Tadasana) पर कई वैज्ञानिक और योगिक शोध हुए हैं, जिनमें इसके शारीरिक मुद्रा सुधार, रीढ़ की सीधाई, और मानसिक एकाग्रता में वृद्धि जैसे प्रभावों को प्रमाणित किया गया है।
1. Postural Alignment & Balance Improvement
शोध शीर्षक: *Effect of Tadasana on Posture and Balance in School Children*
प्रकाशन: International Journal of Yoga & Allied Sciences
निष्कर्ष: 6 सप्ताह के ताड़ासन अभ्यास से बच्चों की खड़ी होने की मुद्रा, संतुलन, और मस्कुलर कोऑर्डिनेशन में स्पष्ट सुधार हुआ।
2. Spinal Alignment in Elderly
शोध शीर्षक: *Yoga Postures for Correction of Spinal Curvature in Elderly*
प्रकाशक: Indian Journal of Gerontology
निष्कर्ष: बुज़ुर्गों में ताड़ासन और भुजंगासन के नियमित अभ्यास से रीढ़ की झुकाव (kyphosis) में कमी और खड़े होने की शक्ति में वृद्धि पाई गई।
3. Improvement in Confidence and Breathing
प्रकाशन: *Yoga and Postural Training among Adolescents* – University Study (Delhi NCR)
निष्कर्ष: ताड़ासन के नियमित अभ्यास से युवाओं में फेफड़ों की कार्यक्षमता, आत्मविश्वास, और Public Presentation में बेहतर बॉडी लैंग्वेज देखी गई।
4. Therapeutic Benefit for Scoliosis & Flat Feet
प्रकाशन: *Yoga Therapy Manual – Ministry of AYUSH / CCRYN*
निष्कर्ष: ताड़ासन को हल्के स्कोलियोसिस (रीढ़ की वक्रता), प्लांटर फेशियाइटिस (पैर की बनावट दोष), और पोस्टर सुधार चिकित्सा में शामिल किया गया है।
निष्कर्ष: ताड़ासन कोई साधारण खड़े होने का आसन नहीं, बल्कि यह रीढ़, स्नायु-संतुलन, आत्म-स्थिति और मानसिक संतुलन का विज्ञान है। यह बच्चों, युवाओं, बुज़ुर्गों और कामकाजी वर्ग – सभी के लिए प्रमाणित रूप से लाभकारी है।
नागरिक संकल्प (Citizen’s Pledge)
‘मैं नियमित योग करुंगा, अपने आसपास सफाई रखूंगा, दूसरों को इस पूण्य कार्य के लिए प्रेरित करुंगा, और अपने शहर को स्वस्थ व सुन्दर बनाउंगा’
-प्रस्तुति: आयुष्य मंदिरम् शिक्षा एवं जन जागृति मिशन